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ट्राई ने तय किया शोषक टैरिफ के लिए जुर्माना


नमस्कार दोस्तों आपका एक बार फिर स्वागत है एक और नई पोस्ट में और आज बात करने वाले टेलिकॉम जगत की चल रही जंग केवल और केवल ग्राहकों के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई है।
टेलिकॉम जगत में हलचल होने की शुरुआत से ही ग्राहक रिलायंस जियो के आगमन के बाद शुरू हुई प्रतिद्वंदिता से लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
टेलिकॉम जगत में एक समय इनकमिंग कॉल्स पर शुल्क लगता था, परन्तु धीरे धीरे तकनीकी के विकास के साथ सब कुछ बदल गया। टेलिकॉम जगत अप अधिक ग्राहकोन्मुखी एवं अधिक किफायती हो चुका है।
पुराने महंगे प्लान्स की दर अब बिल्कुल कम हो गयी है, जिसका कारण रिलायंस जियो का आगमन है एवं टेलिकॉम उपभोक्ताओं द्वारा एक से बढ़कर एक किफायती प्लान्स देने की इस कड़ी प्रतिद्वंदिता को बंद करने के लिए टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (ट्राई) ने हाल में ही हर उस टैरिफ प्लान के लिए 50 लाख रुपये के जुर्माने की घोषणा की है जो ज़रुरत से ज़्यादा किफायती एवं शोषक प्रतीत हो रहे हों। यह औसत परिवर्तनशील मूल्य के आधार पर तय किया जाएगा और यह देखा जाएगा कि क्या कैरियर की प्रतिद्वंदिता को ख़त्म या कम करने की कोई विशेष मंशा है।
ट्राई के निर्णयों का लक्ष्य भारत के पुराने टेल्को एवं रिलायंस जियो के बीच इस विषय पर स्पष्टता के अभाव की वजह से जारी जंग को रोकना है।
ट्राई द्वारा पारित यह टैरिफ आदेश मालों के आधार पर शिकायतों की जांच करेगा तथा यह टेल्को की ज़िम्मेदारी है कि वे साबित करें कि उनका टैरिफ किसी भी तरह से शोषक या आवश्यकता से अधिक किफायती नहीं है।
ट्राई ने सिग्नीफिकेंट मार्किट पॉवर (एसएमपी), जिसके होने पर ही टेल्को के किसी प्लान को शोषक कहा जा सकता है, की परिभाषा ही बदल दी है, जिसके अनुसार एक ऑपरेटर का उपभोक्ता वर्ग या कुल लाभ के 30% से ज्यादा का शेयर होना चाहिए। इससे पहले एसएमपी के निर्देशों में ट्रैफिक की मात्रा एवं स्विचिंग क्षमता शामिल थी।
विश्लेषकों ने कहा है कि यह नया आदेश नए एवं छोटे ऑपरेटरों की बेहतरी के लिए है।
प्रिय ग्राहक, जियो किसी भी क्षेत्र में शायद ऐसे टैरिफ प्रदान कर सकता है जो शोषक मूल्यों से कम हों – या शायद निःशुल्क भी - क्योंकि अभी भी इसका बाज़ार शेयर कम है, जबकि भारती एयरटेल, जिसका बाज़ार शेयर एवं उपभोक्ता संख्या सबसे अधिक है, शायद ऐसे टैरिफ नहीं दे पाएगा और ना ही विलयीकृत आईडिया-सेलुलर-वोडाफ़ोन इंडिया ऐसा कर सकता है।
पर चाहे कुछ भी हो, रिलायंस जियो की हर तरफ से जीत है।

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