ऑटो सिंक करें बंद
जब नया स्मार्टफोन लेते हैं तो उसे गूगल अकाउंट से लॉग-इन किया जाता है। फोन में मेल आईडी के जरिये ही सेटअप होता है और ऐप स्टोर एक्टिव होता है। अक्सर लोग गूगल अकाउंट सेटअप करने पर मेल का ऑटो सिंक ऑन कर देते हैं। ऑटो सिंक के चलते कोई भी नया मेल आने पर नोटिफिकेशन्स आती हैं। बेशक आप मेल का ज्यादा यूज़ न भी करते हों तो भी बैकग्राउंड में मेल इंटरनेट से कनेक्ट रहता है और लगातार सिंक होता रहता है। ऑटो सिंक से फोन की बैटरी भी लगातार यूज़ होती रहती है। ऑटो सिंक को टर्न ऑफ करने पर फोन बैटरी की खपत कम हो जाएगी।
लो ब्राइटनेस
आजकल फोन की डिसप्ले क्वॉलिटी बेहद शार्प होती है जिसमें कलर भी बखूबी निखर कर आते हैं। लेकिन आपको बता दें कि डिसप्ले ब्राइटनेस भी बैटरी खर्च होने की एक बड़ी वजह है। जितनी ज्यादा फोन की ब्राइटनेस होगी, बैटरी भी उतनी ही खर्च होगी। ऐसे में जरूरत न होने पर फोन की ब्राइटनेस कम लें। ब्राइटनेस से बैटरी की खपत को बचाने के लिए ‘डार्क थीम’ नया ट्रेंड भी बन रहा है। हो सके तो फोन में ऑटो ब्राइटनेस को हमेशा ऑन रखें।
बैटरी ड्रेन होने से पहले ही कर लें चार्ज
यदि आप चाहते हैं कि आपको फोन की बैटरी में खराबी न आए और लंबे समय तक बैटरी अच्छा बैकअप दें तो इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि फोन की बैटरी अधिक कम न हो पाएं। बैटरी की हेल्थ अच्छी रखने के लिए जरूरी है कि बैटरी को हर वक्त कम से कम 20 प्रतिशत पर ही चार्ज कर लें, बैटरी को इससे ज्यादा ड्रेन न होने दें।
फ्लाइट मोड का ले सहारा
जब फोन की बैटरी काफी कम हो गई हो और चार्ज करने का ऑप्शन न हो तो समझदारी इसी में है कि फोन को फ्लाइट मोड पर लगा दें। और जब बेहद जरूरी हो तब फ्लाइट मोड हटाकर कॉल करें। यहां आपको बता दें कि फोन को ऑफ करके ऑन करने में ज्यादा बैटरी खर्च होती है जब्कि फ्लाइट मोड पर फोन ऑन रखने से कम।
जरूरत पर ही करें वाइब्रेशन और हैप्टिक्स सेट
फोन कॉल हो या मैसेज, नोटिफिकेशन्स के लिए रिंग बजने के साथ-साथ फोन वाइब्रेट भी होता है। यदि आप व्हाट्सऐप पर चैटिंग कर रहे हैं तो फोन बार-बार वाइब्रेट होता है। इसी तरह कुछ टाईप करते हैं तो हर ‘की’ को दबाने पर साउंड निकलता है। ये साउंड और वाइब्रेशन भी फोन की बैटरी का यूज़ करते हैं। ऐसे में कोशिश करें कि जरूरत न होने पर फोन वाइब्रेशन और हैप्टिक्स को बंद ही रखें।
ऑटो लॉक ड्यूरेशन टाईम रखें कम
फोन को यूज़ करने के बाद जब पॉकेट या टेबल पर रख देते हैं तो कुछ देर तक फोन की स्क्रीन लाइट जलती रहती है। कुछ लोग तो फोन में अपने पंसदीदा स्क्रीन सेवर और वॉलपेपर लगाते हैं, जो फोन यूज़ न होने के दौरान डिसप्ले पर चलते रहते हैं। लेकिन बता दें कि ये फीचर्स फोन की बैटरी को खर्च करते हैं। ऐसे में बैटरी को लंबा चलाने के लिए स्क्रीन ऑफ कर दें या ऑटो लॉक ड्यूरेशन टाईम को कम कर दें।
फोन को यूज़ करने के बाद जब पॉकेट या टेबल पर रख देते हैं तो कुछ देर तक फोन की स्क्रीन लाइट जलती रहती है। कुछ लोग तो फोन में अपने पंसदीदा स्क्रीन सेवर और वॉलपेपर लगाते हैं, जो फोन यूज़ न होने के दौरान डिसप्ले पर चलते रहते हैं। लेकिन बता दें कि ये फीचर्स फोन की बैटरी को खर्च करते हैं। ऐसे में बैटरी को लंबा चलाने के लिए स्क्रीन ऑफ कर दें या ऑटो लॉक ड्यूरेशन टाईम को कम कर दें।
बेवजह वाई-फाई / ब्लूटूथ न रखें ऑन
आजकल वायरलेस ब्लूटूथ हेडफोन का ट्रेंड जोरों पर है। स्मार्टफोन यूजर बड़ी तादाद में ऐसी एक्सेसरीज़ का इस्तमाल कर रहे हैं। गौरतलब है कि वाई-फाई और ब्लूटूथ भी फोन बैटरी को लगातार खर्च करते हैं। ऐसे में जरूरत न हो तो फोन में वाई-फाई और ब्लूटूथ जैसे फीचर्स को बंद कर दें।
ऐप को करें क्लोज
फोन में गेम खेल रहे हैं और कोई काम आ जाता है तो होम बटन दबाकर या फोन को लॉक करके आप अपने काम में लग जाते हैं। इंटरनेट सर्फिंग, सोशल मीडिया ऐप या कैमरे के यूज़ के बाद भी कई लोग होम बटन को दबाकर उन्हें बंद कर देते हैं। लेकिन आपके बता दें कि सिर्फ होम बटन दबाने से ये फंक्शन पूरी तरह से बंद नहीं होते हैं बल्कि बैकग्रांउड में एक्टिव रहते हैं और लगातार बैटरी को यूज़ करते रहते हैं। ऐसे में किसी भी ऐप या फीचर का यूज़ करने के बाद उन्हें क्लोज यानि बंद जरूर करें।
लोकेशन सर्विस करें बंद
जब कोई नई ऐप फोन में इंस्टाल की जाती है तो उन्हें लोकेशन का एक्सेस भी दिया जाता है। फोन में कई ऐसी ऐप्स पहले से भी मौजूद रहती है जो हर वक्त लोकेशन को एक्सेस करती रहती है। ये ऐप्स लगातार लोकेशन सर्विस से कनेक्ट रहती है और इस वजह से बैटरी भी लगातार यूज़ होती रहती है। जिन ऐप्स की जरूरत नहीं है उनकी लोकेशन सर्विस स्टॉप कर दें और आवश्यक नहीं है तो लोकेशन सर्विस ही बंद रखें।
बैकग्रांउड रनिंग ऐप करें डि-एक्टिवेट
लोकेशन सर्विस की ही तरह बहुत सी डाउनलोडेड और प्री लोडेड ऐप्स हैं जो चौबिस घंटे इंटरनेट से कनेक्टेड रहती हैं। इंटरनेट से कनेक्ट रहने की वजह से एक ओर जहां इंटरनेट डाटा की खपत भी लगातार होती रहती है वहीं बैटरी भी लगातार खर्च होती रहती है। यहां भी जिस ऐप की जरूरत नहीं है उसका बैकग्रांउड रनिंग डिएक्टिवेट कर दें।
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